परवाणू के उद्योग द्वारा कामगारों को निकाले जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है
BHT news, परवाणू: परवाणू के उद्योग द्वारा कामगारों को निकाले जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। लगभग एक माह से अधिक समय से कामगारों को उद्योग प्रबंधन द्वारा कम्पनी में आने से रोक लगा दी गयी है। जिसके लिए उद्योग व् कामगारों की बैठक श्रम अधिकारी की मौजूदगी में कई बार हो चुकी है परन्तु अभी तक कोई हल नहीं निकल सका है | पिछली बैठकों में कंपनी द्वारा मजदूरों को अनुमति पर सहमति बन गयी थी जिसके लिए कम्पनी ने नोटिस भी लगाए। परन्तु मंगलवार को जब कामगार कंपनी पहुंचे तो कामगारों को गेट पर ही रोक दिया गया। जिस पर कामगारों ने कंपनी के खिलाफ नारे लगाते हुए रैली निकली तथा नायब तहसीलदार के कार्यालय पहुंच कर उन्हें ज्ञापन दिया। जहाँ एसडीएम कसौली द्वारा कामगारों को आश्वासन दिया गया की वह 12 अक्टूबर को बैठक कर स्वयं कम्पनी प्रबंधन से बात करेंगे व् इस समस्या का हल करेंगे। बता दें की कम्पनी द्वारा कामगारों को बद्दी में लगे नए यूनिट में स्थानांतरित होने को कहा गया था जिस पर कामगारों ने इंकार कर दिया | इस कारन कंपनी प्रबंधन ने इन्कार करने वाले कामगारों को कंपनी में आने से रोक लगा दी। गौर हो की कम्पनी द्वारा लगभग 700 कामगार परवाणू से बद्दी स्थानांतरित किये जा चुके हैं |
मजदूरों का हक़ मार रही कंपनी सीटू के उपाध्यक्ष ओमदत्त शर्मा ने कहा की माइक्रोटेक उद्योग प्रबंधन द्वारा मजदूरों का हक़ छीना जा रहा है और सभी विभाग मौन हैं | उन्होंने कहा की कम्पनी द्वारा कामगारों को काम पर आने के लिए नोटिस लगाए गए जो की केवल कम्पनी के अंदर लगाए गए जबकि कामगारों को अंदर जाने ही नहीं दिया गया | कम्पनी द्वारा 15 सितम्बर 7 अक्टूबर व् 9 अक्टूबर को नोटिस लगाए गए परन्तु इसकी जानकारी किसी कामगार को नहीं मिली क्युकी नोटिस कंपनी के अंदर लगाए गए थे | उन्होंने कहा की कामगारों को उनका हक़ मिलना चाहिए कंपनी द्वारा मजदूरों से इस्तीफा ले कर बद्दी में ज्वाइन करने की शर्त रखी है जिस से मजदूरों को उनकी पिछली सेवाओं का नुक्सान उठाना पड़ रहा है जो की नियमों के खिलाफ है कारन बताओ नोटिस का नहीं दिया जवाब – इस मामले में कम्पनी प्रबंधन ने बताया की कम्पनी द्वारा मजदूरों को कंपनी में अंदर आने के लिए कारन बताओ नोटिस दिया गया था जिसका जवाब देने पर इन्हे अंदर आने की अनुमति की बात कही गयी थी | परन्तु कामगारों की ओर से किसी भी कामगार ने नोटिस का जवाब नहीं दिया है | उन्होंने कहा की जल्द इस मामले को प्रशासन की मदद से हल कर लिया जायेगा |