जोरदार तालियों के साथ प्लेटफॉर्म पर किया गया स्वागत

जसवाल, ऊना (13 मई)- लॉकडाउन के बीच कई दिनों से कर्नाटक में फंसे हिमाचलवासियों को लेकर पहली ट्रेन आज दोपहर ठीक एक बजे जैसे ही प्लेटफॉर्म पर रुकी, तो सभी यात्रियों के चेहरे पर मुस्कुराहट तैर गई। प्लेटफॉर्म पर तैनात पुलिस जवानों व अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने जोरदार तालियों के साथ सभी हिमाचलवासियों का घर वापसी पर स्वागत किया और उनका हौसला बढ़ाया। इस दौरान उपायुक्त ऊना संदीप कुमार ने सबसे आगे खड़े होकर अभिनंदन किया। यात्रियों ने भी हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया।
डीसी ऊना संदीप कुमार ने बताया कि आज कुल 643 यात्री ऊना पहुंचे हैं, जिनमें से चंबा के 131, मंडी के 58, बिलासपुर के 22, कांगड़ा के 157, शिमला के 73, किन्नौर के 5, सोलन के 59, कुल्लू के 20, सिरमौर के 14, हमीरपुर के 84 तथा ऊना के 19 यात्री शामिल हैं।
रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को जिलावार उतारा गया और एचआरटीसी की बसों में बिठाकर उनके जिलों को रवाना किया गया। सबसे पहले चंबा जिला के यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर उतारा गया और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करते हुए हेल्पडेस्क की ओर लाया गया। यात्रियों के हाथों को सैनिटाइज किया गया, थर्मल स्कैनर से स्क्रीनिंग की गई और उन्हें खाने की सामग्री तथा पानी की बोतलें प्रदान कर गंतव्यों की ओर रवाना किया गया। चंबा के बाद कांगड़ा, शिमला, किन्नौर, सोलन, सिरमौर, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर व अंत में ऊना जिला के यात्रियों को उतारा गया। इस दौरान एसपी कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन, एडीसी अरिंदम चौधरी, एएसपी विनोद धीमान तथा अन्य अधिकारी व्यवस्था में तैनात कर्मचारियों व अन्य अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते रहे और बेहतर समन्वय के साथ कार्य किया। प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की सुविधा के लिए व्हील चेयर्स का भी इंतजाम किया गया था। रेलवे स्टेशन क्षेत्र में बनाए गए 8 सैक्टर रेलवे स्टेशन क्षेत्र में व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए 8 सैक्टर बनाए गए थे। हर सैक्टर में एक अधिकारी की तैनाती की गई थी। दस एनसीसी वॉलंटियर्स के साथ-साथ लगभग 150 कर्मचारियों को तैनात किया गया था। इसके अलावा सुरक्षा के लिए भारी संख्या में पुलिस बस की तैनाती भी की गई थी।

कर्नाटक से लौटी दो महिलाओं को प्रदान की गई चिकित्सीय सहायता – कर्नाटक से ट्रेन में आई दो गर्भवती महिलाएं भी वापस हिमाचल लौटी। सिरमौर जिला के शिलाई क्षेत्र से आई महिला को जब रेलवे स्टेशन पर कुछ दिक्कत होने लगी तो डीसी संदीप कुमार व्हील चेयर लेकर आए। इस पर स्क्रीनिंग के बाद उसे चिकित्सा कक्ष में ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसकी जांच की। इसके बाद एंबुलेंस के जरिए महिला तथा परिवार के दो अन्य सदस्यों को अस्पताल में ले जाया गया। इसके बाद रेलवे स्टेशन ऊना में एक और महिला इसी तरह अस्वस्थ दिखी, गर्भवती महिला को स्वास्थ्य विभाग ने उपचार दिया। महिला और उसके परिवार के तीन सदस्यों को भी क्षेत्रीय अस्पताल भेज दिया गया। सीएमओ ऊना डॉ. रमण कुमार शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन इन महिलाओं को आगे रवाना करने पर फैसला करेगा।
स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रयास को सराहा डीसी ऊना संदीप कुमार ने बताया कि यात्रियों व रेलवे स्टेशन पर तैनात कर्मचारियों को खाने के 1220 पैकेट प्रदान किए गए। उन्होंने कहा कि गुरू का लंगर सेवा समिति के 35 स्वयंसेवकों ने खाना तैयार करने से लेकर पैकिंग तक में जिला प्रशासन का भरपूर सहयोग दिया, जिसके लिए वह आभारी हैं। रेलवे स्टेशन को सैनिटाइज करने के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई थी। नगर परिषद ऊना के कर्मचारियों ने पूरे स्टेशन को सैनेटाइज करने का कार्य किया।
मुख्यमंत्री जय राम जी ने बहुत अच्छा काम किया, सरकार का धन्यवाद-”मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का दिल की गहराईयों से आभार जिन्होंने इतनी दूर बैंगलुरू से हमें यहां बुला लिया।” चंबा जिला के तीसा से खेम राज ऊना पहुंचते ही प्रदेश सरकार का धन्यवाद नहीं करते थकते। ऊना रेलवे स्टेशन पर चंबा के लिए रवाना होने से पहले खेम राज ने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से अब हम घर पहुंच रहे हैं। न सिर्फ ऊना रेलवे स्टेशन बल्कि रास्ते में भी प्रदेश सरकार ने बेहतर इंतजाम किए थे। बैंगलुरू के एक होटल में काम करने वाले कांगड़ा निवासी अनिल कुमार ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के प्रयासों की सराहना की। अनिल कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के चलते वह बैंगलुरू में ही थे, लेकिन अब प्रदेश सरकार ने ट्रेन के माध्यम से उन्हें वापस बुला लिया है, जिसके लिए वह प्रदेश सरकार के आभारी है। उन्होंने जिला प्रशासन ऊना का भी धन्यवाद किया कि बड़े ही व्यवस्थित ढंग से प्लेटफॉर्म पर उन्हें उतारा गया और किसी को कोई असुविधा नहीं हुई।
कांगड़ा निवासी संदीप कुमार भी बैंगलुरू में काम करते हैं। हिमाचल वापसी पर वह प्रदेश सरकार का धन्यवाद करते हैं। संदीप कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने बहुत अच्छी व्यवस्थाएं की हैं। ऊना रेलवे स्टेशन पर उन्हें खाने-पीने की सामग्री के साथ-साथ पानी भी प्रदान किया गया। हिमाचल लौटकर अच्छा लग रहा है।