ऊना के गोंदपुरबुला में इंडस्ट्री मालिक और ट्रक यूनियन में टकराव
जसवाल, ऊना (24 अप्रैल) बीते कुछ दिनों से गोंदपुर बूला क्षेत्र में एक इंडस्ट्री मालिक और ट्रक यूनियन में जबरदस्त हंगामा हुआ। जिस पर दोनों तरफ पुलिस ने केस रजिस्टर्ड किया है। इंडस्ट्री मालिक राजन धीर ने बातचीत ने बताया कि उनकी फैक्ट्री में साबुन और लिक्विड का रा मैट्रियल तैयार होता है। 22 तारीख को लॉकडाउन जब हिमाचल प्रदेश सहित पूरे भारत में हुआ था, तब ट्रक यूनियन टाहलीबाल के ट्रकों में समान लोड करवा रखा था। परंतु यूनियन द्वारा बाहरी राज्यों को नहीं भेजा गया। ड्राइवरों द्वारा अपने मालिकों के घरों में ट्रक खड़े कर लिए गए। उस समय सामान की मार्केट में कोरोनावायरस के चलते बहुत डिमांड थी। जब पार्टियों के मुझे फोन आने लगे तो मैंने ट्रक यूनियन में फोन करके पता लगाया की गाड़ियां नहीं पहुंची हैं तब मुझे पता चला कि गाड़ियां लॉक उड़ान के चलते भेजी ही नहीं गई, ट्रक यूनियन का यह तर्क था कि लॉक डॉन के चलते गाड़ियां नहीं जा सकती,जबकि एसेंशियल आइटम की गाड़ियों को आने जाने के लिए कोई मनाही ही नहीं थी। और न ही इन गाड़ियों को कहीं रोका जा रहा था। क्योंकि सरकार द्वारा आदेश दिए गए थे कि एसेंशियल आइटम की गाड़ियों को कहीं ना रोका जाए। जब उद्योगपति ने फोन किया यूनियन ने लोड गाड़ियों को ले जाने से मना कर दिया। फिर हमने पंजाब के किसी ट्रांसपोर्टर से गाड़ियां मंगवाई तथा यूनियन वाले गाड़ियों को फैक्ट्री में बुलाकर खाली करवाया गया और पंजाब से बुलाई गई गाड़ियों में दोबारा लोड करवा कर भेजा गया। जब मैंने पंजाब से गाड़ियां लेनी शुरू कर दी तो ट्रक यूनियन वालों ने मेरी फैक्ट्री के गेट के आगे धरना लगाया और मेरी फैक्ट्री से लोड होकर जाने वाली गाड़ियों को रोकना शुरू कर दिया। जब हमने ट्रक यूनियन प्रधान अशोक कुमार, डीएसपी हरोली अनिल मेहता, एसडीएम हरोली गौरव चौधरी के संज्ञान में यह मामला लाया तो उनकी उपस्थिति में ट्रक यूनियन ने यह बात मानी कि हम आपकी गाड़ियों को नहीं रोकेंगे अभी तो आप हमसे ही गाड़ियां रेंट पर ले तो हम आप की सप्लाई को सुचारू रूप से निभाएंगे। मेरी फैक्ट्री की स्वयं की 5 गाड़ियां हैं जिसे माननीय हाई कोर्ट द्वारा आर्डर है कि मैं अपनी गाड़ियों में समान की लोडिंग अनलोडिंग कर सकता हूं। जिसका यूनियन के नेताओं को पता है उसी दिन शाम को जब मेरी गाड़ी लोड होकर गेट के बाहर निकली तो ट्रक यूनियन के लोगों द्वारा मेरी गाड़ी पर पथराव किया गया और गाड़ी के शीशे तोड़ दिए मेरे ड्राइवर ने भागकर जान बचाई। इस घटनाक्रम की साक्षी हिमाचल पुलिस है क्योंकि मेरी फैक्ट्री के गेट के थोड़ा आगे ही पुलिस प्रशासन द्वारा नाका लगाया गया है पुलिस वालों की उपस्थिति में यह सारा हंगामा हुआ है और मेरी गाड़ियों को क्षति पहुंचाई गई है। ट्रक यूनियन के सदस्यों द्वारा मुझे धमकियां भी दी जा रही है कि आपका सामान हम बाहर नहीं जाने देंगे आपको मजबूरन हमारी गाड़ियों से ही लोडिंग अनलोडिंग करवानी होगी। राजन धीर ने बताया कि हम ने अपनी फैक्ट्री में सरकार द्वारा जारी आदेशों को लेकर पूरी तरह सतर्क रहते हैं हमारी फैक्ट्री में 204 कर्मचारी काम करते हैं जो कि हिमाचल से ही बिलॉन्ग करते हैं परंतु यूनियन केेे लोगों द्वारा हमें पिछले काफी समय से परेशान किया जा रहा है।
क्या कहते हैं ट्रक यूनियन के प्रधान- दूसरी तरफ जब ट्रक यूनियन के प्रधान अशोक कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने इन सब बातों को निराधार बताया। उनका कहना था की फैक्ट्री की गाड़ी को पंजाब से आए हुए युवकों ने खुद पत्थरवाजी करके क्षति पहुंचाई है जिसमें ट्रक यूनियन का कोई हाथ नहीं है। फैक्ट्री मालिक पर आरोप लगाते हुए यूनियन प्रधान अशोक कुमार ने कहा कि ट्रक यूनियन इस फैक्ट्री से कम किराए में काम कर रही है फिर भी फैक्ट्री मालिक यूनियन को काम नहीं देता और पंजाब से गाड़ियां मंगबा कर फैक्ट्री से सामान सप्लाई करवाता है जिसका ट्रक यूनियन विरोध करती है। प्रधान अशोक कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि मालिक खुद की गाड़ियों से सामान लोड करके 3 किलोमीटर आगे पंजाब में जाकर इन कड़ियों का समान एक बड़ी गाड़ी में शिफ्ट कर देता है जिससे ट्रक यूनियन को नुकसान हो रहा है उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उनका हक उन्हें दिलाया जाए।
क्या कहते हैं डीएसपी अनिल कुमार मेहता-डीएसपी हरोली अनिल कुमार मेहता ने बताया मेडल्स इंडस्ट्रीज और ट्रक यूनियन में तकरार हुई थी जिसमें ट्रक यूनियन द्वारा फैक्ट्री की एक गाड़ी को क्षति पहुंचाई गई है और फैक्टरी के परिसर के बाहर हंगामा करने पर 19 लोगों पर आईपीसी की धारा 188,269,427,270,147,149,506,,ब 54 डी एम के तहत् केस दर्ज किया गया है। दूसरी तरफ निजी उद्योग पर कंस्ट्रक्शन वर्क करने को लेकर भी केस दर्ज किया गया है। डी एस पी हरोली अनिल कुमार मेहता ने बताया कि आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है