ऊना: जल शक्ति विभाग में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंचा, ठेकेदार अपने नेता द्वारा अधिकारीयों और कर्मचारियों पर गलत कामों के लिए दबाव बना रहे – राजीव वशिष्ठ
कहा 1 जनवरी 2016 के बाद सेवानिवृत हुए जल शक्ति विभाग के कर्मचारियों को छठे वेतन आयोग के अनुसार लीव इन कैशमैंट सहित सभी वित्तीय लाभ दिए जाएं
BHT news, ऊना: सेवानिवृत कर्मचारी भाजपा प्रकोष्ठ के संयोजक राजीव वशिष्ठ ने प्रदेश के सेवानिवृत कर्मचारियों को लीव इन कैशमैंट की अदायगी न होने पर रोष जताया है। वीरवार को ऊना से जारी ब्यान में राजीव वशिष्ठ ने कहा कि जल शक्ति विभाग को छोड़कर अन्य सभी विभागों के सेवानिवृत कर्मचारियों को लीव इन कैशमैंट का भुगतान हो रहा है। ऐसे में जल शक्ति विभाग के सेवानिवृत कर्मचारियों की अनदेखी की जा रही है, जिसको लेकर जल्द प्रदेश सरकार को निर्णय लेना चाहिए। खासकर प्रदेश के मुख्य मंत्री, डिप्टी सीएम व जल शक्ति विभाग देख रहे मंत्री क़ो सेवानिवृत कर्मचारियों के बारे सोचना चाहिए। राजीव वशिष्ट ने कहा कि 1 जनवरी 2016 के बाद सेवानिवृत हुए कर्मचारियों को छठे वेतन आयोग के अनुसार लीव इन कैशमैंट सहित सभी वित्तीय लाभ दिए जाएं। कई सेवानिवृत कर्मचारियों के केस महालेखाकार शिमला के पास सत्यापन के लिए गए है, लेकिन अभी तक उनके नए वेतनमान के अनुसार फिक्सेशन नहीं की गई हैं। इसके अलावा न ही कर्मचारियों को नए वेतनमान के अनुसार ग्रैच्युटी मिल पाई है और न ही कोई अन्य एरियर मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार इस संबंध में जल्द नोटिफिकेशन जारी करें, ताकि कर्मचारियों को नए वेतनमान के तहत सभी लाभ मिल सकें। राजीव वशिष्ठ ने कहा कि जल शक्ति विभाग में जो कार्यरत्त कर्मचारी फिल्ड में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, उनकों राजनैतिक द्वेष के चलते तबादला किया जा रहा है। इन्होंने कहा की जहां भाजपा सरकार में सतपाल सत्ती जी के दिन रात प्रयासों से ऊना के विकास क़ो अकल्पनीय गति मिली वहीं जल शक्ति विभाग के प्रयासों से हर घर नल का प्रावधान किया गया ऊना नगर मे ही सतपाल सत्ती जी द्वार पानी की बड़ी पांच तंकियों का निर्माण करवाया बरसाती पानी की निकासी के लिए 23 करोड़ के नालों का निर्माण करवाया जिस से आज ऊना के घरों मे पानी नहीं गया उन्होंने कहा के ऊना मैं विभाग के अंदर भ्रष्टाचार 6 महीनों में चरम सीमा पर पहुंच गया है ठेकेदार अपने नेता द्वारा अधिकारीयों और कर्मचारियों पर गलत कामों के लिए दबाव बना रहे हैँ काम की गुणवत्ता से समझौता किया जा रहा है लेकिन सिर्फ कुछ लोगों क़ो खुश करने के लिए व कांग्रेस नेता की जेबें भरने के लिए सभी अधिकारी ऑंखें मूँद कर के बैठे हैँ चाहे ऊना के निवासी आने वाले समय में किसी भी प्रकार की घोर विपत्ति में फ़स जाए लेकिन कांग्रेस के स्थानीय नेता क़ो सिर्फ अपनी जेबे भरने से मतलब है जिसका इन्हे आने वाले समय में खामियाजा भुगतना पड़ेगा कांग्रेस से अपने वायदे तो पुरे हो नहीं रहे लेकिन हर काम के लिए केंद्र भाजपा सरकार के आगे अपने हाथ फैला देते हैँ कहने क़ो पैसा नहीं है लेकिन in 6 महीनों में भ्रस्टाचार के सभी रिकॉर्ड कांग्रेस के लोगों ने तोड़ दिए हैँ, किसी भी गरीब आम व्यक्ति की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही जिससे के वो अपने आप क़ो ठगा सा महसूस कर रहा है उन्होंने ने कहा ऐसे में इन कर्मचारियों को कोर्ट को सहारा लेना पड़ रहा है। जल शक्ति विभाग में पहले ही कर्मचारियों को कमी चल रही है, ऐसे में सरकार को जल शक्ति विभाग में अन्य नियुक्तियां करनी चाहिए।