कहा हिमाचल प्रदेश एक ऐसी सरकार के अधीन है जिसे केवल सुख की चिंता है, दुख की नहीं
जसवाल, ऊना : बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। ऐसा लगता है कि प्रदेश में जंगलराज कायम है। हिमाचल प्रदेश के कोने-कोने में लगातार बढ़ रहे विभिन्न प्रकार के अपराध प्रदेश के लिए चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री के अपने विधानसभा क्षेत्र में ही आपराधिक घटनाओं का सिलसिला थम नहीं रहा है तो प्रदेश का हाल हम समझ ही सकते हैं। गोलीबारी और मारपीट की घटनाओं के बाद अब चाकू की नोक पर एक युवक से लूटपाट की गई है। ऊना जिले में नशा मुक्ति केंद्र के पास नशे का कारोबार चल रहा था। यह खुलासा हमीरपुर में एमटेक छात्र की मौत मामले की जांच के दौरान हुआ। पता चला कि पुलिस ने पंजाब से जुड़े चिट्टा सप्लायरों को गिरफ्तार किया है। एनआईटी में चिट्टा सप्लाई करने वाला युवक पंजाब के करमपाल के खाते में पैसे ट्रांसफर करता था। रात्रि जीवन के लिए त्वरित एवं सुविधाजनक सहायता के लिए प्रसिद्ध एकांत क्षेत्र कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन में असामाजिक तत्व सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने चलती जीप और कार को रोककर शीशे पर चाकू मारकर लूटपाट करने की कोशिश की। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश में अपराध इतने बढ़ गए हैं कि अगर हम गिनती करने लगें तो ऐसी घटनाओं की सूची खत्म ही नहीं होगी। उन्होंने कहा कि नशे के आदी लोगों और नशा बेचने वालों के खिलाफ पुलिस ने इस साल 9 महीनों में राज्य में एनडीपीएस एक्ट के तहत 1,715 मामले दर्ज किए हैं। शिमला जिला पुलिस पूरे प्रदेश में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामले दर्ज करने में अग्रणी है। प्रदेश भर में नशे का कारोबार बढ़ रहा है, जिससे आने वाली पीढ़ी के लिए खतरा पैदा हो गया है। सरकार को इस पर पूर्ण नियंत्रण लेने की जरूरत है, जो सरकार अब तक करने में विफल रही है। उन्होंने तर्क दिया कि हिमाचल प्रदेश एक ऐसी सरकार के अधीन है जिसे केवल सुख की चिंता है, दुख की नहीं। कानून-व्यवस्था के मामले में राज्य का पतन हो रहा है।