ऊना के आयुर्वेद विभाग में दवा की दुकान का टैंडर विवादों में, कहीं टैंडर को पूल कराने का प्रयास तो नही हो रहा ?
BHT news ( ऊना ) ऊना के आयुर्वेद विभाग में एक दवा की दुकान की खुली निलामी करने के लिए टैंडर निकाले गए हैं ।जिसे लेकर प्राथी वहां टैंडर डाक्यूमेंट लेने जा तो रहे हैे पंरतु उनहें टैंडर डाक्यूमेंट मांगने पर टैंडर देने की जगह यहां तैनात कुछ एक हुकमरानों द्वारा लालीपाप दिए जा रहें हैं। जिससे प्राथी तो मायूस हो कर वापस लोट रहें हैं बल्कि विभाग की छवि भी दागदार हो रही है। ऐसे में चर्चाओं का वाजार गरम हो गया हैं कि कहीं टैंडर को पूल कराने का प्रयास तो नही हो रहा है ?उलेखनीय हैं कि यह दुकान मात्र औने पौने किराए पर पिछले करीव पंद्रह सालों से चल रही है, जिससे पुरे हिमाचल में विभाग की किरकिरी तो हो ही रही है उलटे यहाँ तैनात रहे हुकमरानों की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्न चिंह लगातार लग रहें हैं । जानकारों का कहना है कि विभाग को चाहिए कि पूर्व में जो हुआ सो हुआ वर्तमान में पूरी ईमानदारी व पारदर्शिता के साथ लगाए जा रहे टैडर को निपटाया जाए । सूत्र तो यह भी वताते हैं कि प्राथियों के उपर राजनीतिक व दंवगई का दवाव वनाया जा रहा है जिससे वो टैंडर में पारटीशिपेट न करें और पुन:विभाग को दिन के उजाले में ही चुना लगा कर पूर्व की तरह ही औने पौने दाम पर वोली निपटा दी जाए। लोगों की माांग है कि पूरी ईमानदारी के साथ यह टैंडर लगे जिससे विभाग के किराए में ईजाफा हो सके क्योंकि पूरे हिमाचल में कही भी विभाग की दुकान एक लाख से कम किराए पर नहीं आंवटित हुई है। वताया यह भी जा रहा है कि इस मामले को लेकर सीएम हैलपलाईन में भी किसी प्राथी ने आनलाइन शिकायत डाल दी है।
क्या कहते हैं अधिकारी – इस मामले में जब जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ ज्योति से बात की गई तो उन्होंने कहा कि टेंडर फॉर्म मिल रहे हैं अगर अधिकारी कोई छुट्टी पर है तो भी टेंडर फॉर्म दिए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि टेंडर फार्म की समस्या को लेकर किसी प्रार्थी का फोन आया था तो उन्होंने उसको टेंडर फॉर्म लेने के लिए अस्पताल बुलाया था।