बोले किसी भी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा इसका निजीकरण
जसवाल (ऊना) जिस तरह से वर्तमान सरकार निजी क्षेत्र को बढ़ावा दे रही है उससे लगता है कि आने वाले समय में धीरे-धीरे पूरे हिमाचल को बेच कर रख देगी । यह बात ऊना सदर के विधायक सतपाल रायजादा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही । उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार को निजी करण की इतनी अधिक होड़ है कि सही तरीके से चल रहे सरकारी होटलों और रेस्टोरेंट को भी निजी क्षेत्रों में सौंपा जा रहा हैै । उन्होंने ऊना के सोम भद्रा कैफे के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि इसका उद्घाटन 29 सितंबर 1998 में हुआ था लेकिन उसके बाद कुछ दिन चलाने के उपरांत भाजपा सरकार ने इसे फिर से निजी क्षेत्र में दे दियाा । लेकिन उसके बाद इसे निजी व्यवसाई द्वारा छोड़ दिया गया और यह काफी दिनों तक बंद रहा । 2003 में जब प्रदेश में कांग्रेस सरकार वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में आई तो उस समय इसे फिर से चालू किया गया और यह बेहतरी से चला। लेकिन उसके उपरांत फिर किसी कारण बंद हो गया । उन्होंने कहा कि भाजपा की राजनीति का शिकार रहा यह सोमभद्र कैफे 2017 में फिर से खोला गया और अब 3 साल चलाने के बाद अब इसे फिर से निजी क्षेत्र में दिए जाने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला ऊना में हिमाचल पर्यटन का यही एकमात्र कैफे है। होना तो यह चाहिए था कि इस को और अधिक बढ़ा कर इसमें कुछ कमरों को जोड़ा जाता ताकि यह और बेहतरी से चल पाता। वैसे भी इसके निकट कॉलेज होने से यह काफी बेहतर चल रहा था लेकिन अब ना जाने किस दवाब में आकर इसे फिर से निजी क्षेत्र में दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सोमभद्र कैफे को निजी क्षेत्र में जाने से रोकने के लिए वह कुछ भी करेंगे। सरकार को अपना यह फैसला बदलना होगा क्योंकि इसमें ऊना की शान जुड़ी है।