जल शक्ति विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में बोले कैबिनेट मंत्री
Jaswal,ऊना (20 अगस्त)- जिला ऊना के हर घर में 31 दिसंबर 2020 तक नल से पानी उपलब्ध होगा। यह बात जल शक्ति, राजस्व, बागवानी एवं सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने जल जीवन मिशन पर बचत भवन में आयोजित की गई बैठक में कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2019 में महत्वकांक्षी योजना जल जीवन मिशन की शुरूआत की थी तथा इस मिशन के तहत पूरे देश में वर्ष 2024 तक हर घर को शुद्ध व स्वच्छ जल उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा गया है। महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि जिला ऊना में 1,15,949 ग्रामीण घर हैं, जिनमें से 77,773 को पाइप द्वारा नल प्रदान किए गए हैं। जबकि शेष 38,176 घरों को इसी वर्ष पानी की सुविधा प्रदान कर दी जाएगी, जिसके लिए जल शक्ति विभाग युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। बचे हुए घरों में नल लगाने के लिए 161 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च करने का प्रावधान किया गया है। जिला ऊना में 36 नए नलकूप लगाए जाएंगे तथा पुरानी पेयजल योजनाओं को पुनर्निर्माण किया जाएगा। जल शक्ति मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार से जल जीवन मिशन के तहत 990 करोड़ रुपए की धनराशि मिलेगी तथा पूरी धनराशि केंद्र से प्राप्त करने वाला हिमाचल प्रदेश देश भर में पहला राज्य बनेगा। मिशन के तहत केंद्र सरकार जल्द ही तीसरी व चौथी किश्त जारी करने जा रही है।
पौंग से पानी लाने के लिए 700 करोड़ की योजना- बैठक में महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि जिला ऊना कृषि प्रधान जिला है तथा यहां से पूरे राज्य की खाद्यान्न आवश्यताओं को पूरा किया जा सकता है। इसीलिए प्रदेश सरकार पौंग बांध से पानी लाकर किसानों को सिंचाई के लिए उपलब्ध करवाने की योजना पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना का एस्टीमेट लगभग 700 करोड़ रुपए है तथा केंद्र सरकार से वर्ष 2021-24 में तैयार होने वाले कॉन्सेप्ट पेपर में इसे शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि जल्द से जल्द इस योजना की औपचारिकताओं को पूरा करें, ताकि इस पर आगे की कार्रवाई की जा सके। जल शक्ति मंत्री ने जल जीवन मिशन के अलावा एशियन विकास बैंक, नाबार्ड तथा एससीएसपी की योजनाओं की समीक्षा भी की और कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की घोषणाओं को सभी अधिकारी प्राथमिकता दें। इस अवसर पर पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती, विधायक राजेश ठाकुर, एचपीएसआईडीसी के उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार, चीफ इंजीनियर देवेश भारद्वाज, अधीक्षण अभियंता शाम कुमार शर्मा सहित जल शक्ति विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।