विकास पर कुटलैहड़ में पिछले तीन वर्ष में 400 करोड़ से अधिक खर्चः वीरेंद्र कंवर
जसवाल, ऊना (27 नवंबर)- ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा है कि प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद पिछले तीन वर्षों में कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्याों पर 400 करोड़ रुपए से अधिक धनराशि खर्च की गई है। आज एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है तथा एक मंत्री के रुप में उन्हें जन सेवा का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि गांवों में विकास का कोई भी कार्य अधूरा नहीं छोड़ा जाएगा। पूरे प्रदेश में शानदार पंचायत घर, शौचालय व पक्के रास्तों का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज करोड़ों रुपए खर्च कर कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। कोटला कलां-अजनौली सड़क निर्माण पर 4.35 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे तथा इस सड़क के निर्माण के लिए टेंडर हो चुके हैं। इसी प्रकार से बरनोह, कुरियाला मोड़ से झलेड़ा तक सड़क के लिए 4.50 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं तथा यह सड़क ऊना शहर के लिए बाईपास का कार्य करेगी। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने 18 करोड़ रुपए की पेयजल योजना का शिलान्यास किया है, जिसके निर्माण से ग्राम पंचायत कोटला कलां अप्पर व लोअर, चताड़ा तथा अप्पर बसाल के लोगों को लाभ मिलेगा।
कुटलैहड़ बनेगा पशु पालन का केंद्र- ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि कुटलैहड़ को पशु पालन का केंद्र बनाया जा रहा है। डंगेड़ा में 8.50 करोड़ रुपए की लागत से मुर्राह प्रजनन केंद्र बनाया जा रहा है। बरनोह में पशुओं के क्षेत्रीय अस्पताल के निर्माण के लिए धनराशि स्वीकृत हो चुकी है तथा विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि जब तक अपना भवन तैयार न हो, तब तक इसे किराए के भवन में शुरू किया जाए, ताकि क्षेत्र के पशु पालकों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि बसाल में डेयरी का उत्कृष्ठता केंद्र बनाने के लिए जगह चयनित की गई है, जिस पर 47.50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसी प्रकार से लमलैहड़ी में पोल्ट्री का ट्रेनिंग संस्थान खोला जाएगा। उन्होंने किसानों से अच्छी नस्ल के पशु पालने की अपील की, ताकि उन्हें अच्छा मुनाफा हो सके।
नई पंचायतों को देंगे काम के टारगेट- वीरेंद्र कंवर ने लोगों से आने वाले पंचायत चुनावों में अच्छे जन प्रतिनिधियों को चुनने का आहवान किया तथा कहा कि पंचायत चुनाव के बाद उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि वह सरकारी योजनाओं को बेहतर ढंग से लागू कर सकें। उन्होंने कहा कि हर पंचायत को एक वर्ष में 5 बड़े कार्य करने का टारगेट दिया जाएगा।