बहाली की मांग को लेकर शारीरिक शिक्षकों ने किया सचिवालय के सामने क्रमिक अनशन शुरू
करनाल, आशुतोष गौतम((15 जून ) शिक्षा विभाग द्वारा सेवामुक्त किए गए शारीरिक शिक्षकों ने नौकरी बहाली की मांग को लेकर जिला सचिवालय के सामने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। पहले दिन पांच शिक्षक अनशन पर बैठे। महिला पीटीआई ने थाली चम्मच बजाकर अपना गुस्सा जताया। सीएम और डिप्टी सीएम के खिलाफ जोरदार नारे लगाए गए। शिक्षकों का कहना है कि उनके साथ अन्याय हुआ है। जब तक सरकार उनको काम पर वापस नहीं लेती अनशन जारी रखा जाएगा। इससे बड़ा आंदोलन करने से भी पीटीआई गुरेज नहीं करेंगे। इस मौके पर हरियाणा राज्य शारीरिक शिक्षक संघ के महासचिव रविंद्र चौहान, जिला प्रधान सुशील कुमार, हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान संदीप राणा व खंड प्रधान कुलदीप राणा ने कहा कि अधिकारियों द्वारा एक जून को 1983 पीटीआई अध्यापकों को समय से पहले ही सेवा से कार्यमुक्त कर दिया गया। सर्वोच्च न्यायालय ने लॉकडाउन के बाद पांच महीने के अंदर दोबारा भर्ती करने के आदेश दिए थे, लेकिन हरियाणा सरकार ने समय से पहले ही पीटीआई अध्यापकों को रिलीव कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पीटीआई अध्यापकों को निर्दोष होते हुए भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में नियुक्ति होने के कारण पूर्ण रूप से राजनीति का शिकार बनाते हुए नौकरी से निकाला गया है। अध्यापकों की तीन से चार बार सभी तरह की जांच पड़ताल हो चुकी है, जिसमें कोई भी कर्मचारी दोषी नहीं पाया गया। इसके विपरीत हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा अपनाई गई भर्ती प्रक्रिया में ही खामियां सिद्ध हुई हैं। संघर्ष समिति ने मांग की है कि हरियाणा सरकार सभी पीटीआई अध्यापकों की सेवा को पुन: बहाल कर उन्हें सेवा सुरक्षा प्रदान करे। अपना हक प्राप्त करने के लिए पीटीआई किसी भी हद तक आंदोलन करने को तैयार है। इस अवसर पर सेवा सिंह, सुखविंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, परमजीत, प्रदीप, जोगेंद्र संधु, आजाद, नरेश, सुदेश, रीना, मीना, सुनीता, अनु, संगीता, अनिरूद्ध, राजेश, पवन, विनोद, संदीप, रणजीत, शिव कुमार, सुरेश, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला प्रधान अनिल सैनी व रमेश शर्मा मौजूद रहे।