केंद्र सरकार किसानों से फसल के समर्थन मूल्य छीनने वाला काला कानून पास किया
ऊना (जसवाल) भाजपा की प्रदेश और केंद्र सरकार की नीतियां आमजन के हित में नहीं हैं। भाजपा की कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है। मंचों से आमजन की हितैषी होने का दावा करने वाली भाजपा की नीति किसान और मजदूर को आर्थिक रूप से कमजोर करके पूंजीपतियों को मजबूत करने की है। यह बात कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. विजय डोगरा ने वीरवार को मीडिया में जारी बयान में कही। डोगरा ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों से फसल के समर्थन मूल्य छीनने वाला काला कानून पास किया है। किसान पिछले तीन महीने से केंद्र सरकार से इस बिल को वापस लेने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी है। आज जब किसान शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली पहुंचना चाह रहे हैं तो उन्हें रास्ते में रोका जा रहा है। इतना ही नहीं किसानों को रोकने के लिए सर्दी के इस मौसम में किसानों पर पानी की बौछारें फेंकी जा रही हैं और उनपर आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं। हैरानी तो इस बात की है कि केंद्र सरकार किसान की आवाज सुनने की बजाय उनके साथ अमानवीय व्यवहार करने पर आमादा है। किसानों से सबकुछ छीना जा रहा है और पूंजीपतियों को थाल में सजाकर बैंक, एयरपोर्ट व रेलवे स्टेशन दिए जा रहे हैं और इस वर्ग की कर्जमाफी भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के अलावा मजदूर वर्ग को भी भाजपा के शासन में इंसाफ नहीं मिल रहा। कारखानेदार मजदूरों का शोषण कर रहे हैं और सरकारें उनकी आवाज सुनने की बजाय पूंजीपतियों को मनमानी करने दे रही है। सरकार के इसी रवैये के कारण आज केंद्रीय ट्रेड यूनियनें राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर हैं। मजदूर नेताओं को बातचीत करने के लिए भी बुलाया नहीं जा रहा। डोगरा ने कहा कि इतना होने के बावजूद भाजपा के नेता आम आदमी का हितैषी होने का दम भर रहे हैं, लेकिन जनता अब इनकी नीतियों को जान चुकी है। आने वाले पंचायत चुनाव में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के दिशा-निर्देशानुसार कांग्रेस के कार्यकर्ता फील्ड में डटे हैं और कांग्रेस समर्थक जनप्रतिनिधियों की जीत सुनिश्चित करने की रणनीति पर काम हो रहा है।
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