पुलिस बल के सहयोग से तहसीलदार ने कब्जाधारियों से वृद्ध दंपति का मकान खाली करा करवा उन्हें सौंपा
करनाल, आशुतोष गौतम (17 मई) वृद्ध दंपति के मकान में पीछले कई सालों से किराए पर मकान लेकर कब्जा करने वालों के खिलाफ एक शिकायत पर एसडीएम नरेंद्रपाल मलिक ने निष्पक्ष जांच करते हुए तुंरत प्रभाव से मकान खाली करने की रिर्पोट डीसी को भेजी। इस पर डीसी निशांत कुमार यादव ने कढ़ा सज्ञान लेते हुए कब्जाधारियों से मकान खाली करवा कर उक्त दंपति को सौंप दिया है। अपना मकान वापिस मिलने पर बेहद खुद दंपति ने जिला प्रशासन व इस मामले को बड़ी खूबी से उठाने वाली सामाजिक संस्था युवा बोलेगा मंच सहित मीडिया का आभार व्यक्त किया है। जिला प्रशासन की इस कार्यवाही से करनाल व उसके आस पास लोगों के घरों को किराए पर लेकर कब्जा करने वालो के हडक़प मचा हुआ है। इधर पुलिस बल को साथ लेकर डयूटी मैजिस्टे्रट एंव तहसीलदार राजबक्श ने मकान मे रखे किराएदार के सामान को घर से बाहर निकलवा कर मकान के असली मालिकों को सौंप दिया। ज्ञात रहे कि सैक्टर-7 के मकान नंबर-216 में किराए पर रह रहे, वृद्ध दंपति बिशबर नाथ पुत्र निहाल चदं व उनकी पत्नी बिमला देवी ने बताया कि उन्होंने सैक्टर-14 में मकान नंबर 325 को बड़े चाव से बनाया था, लेकिन हमेंत ग्रोवर नाम से एक व्यक्ति ने धोखे से उनका मकान किराए पर ले लिया और उस में इन को बिना बताए हरजीत कौर नाम की एक महिला को मकान में कब्जा करने की नियत से बिठा दिया। बिसबर नाथ ने बताया कि वह इस दौरान उक्त कब्जाधारियों ने उन्हें मकान का किराया देना भी बंद कर दिया और जब ये दंपति मकान का किराया लेने जाते थे, तो इन लोगों ने उन्हें किराया देना तो दूर जान से मारने की धमकी देना आरंभ कर दिया। इस दौरान दंपति ने अपना मकान खाली करवाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन उक्त आरोपियों ने मकान खाली नही दिया। इस दौरान उन्होंने युवा बोलेगा मंच के अध्यक्ष जेपी शेखपुरा से संर्पक कर इस मामले में मदद मांगी। तभी से जेपी ने इस मामले की पैरवी आरंभ कर दी। ज्ञात रहे कि इस पैरवी के दौरान उक्त वृद्ध दंंपति ने विगत 9 मार्च 2020 को एक लिखित शिकायत डीसी से कर न्याय की गुहार लगाई। इधर डीसी ने इस मामले की जांच एसडीएम नरेंद्रपाल मलिक को जांच सौंप दी। एसडीएम ने इस मामले की जांच करते हुए आरोपियो को दोषी ठहराते हुए तुरंत मकान खाली करने की रिर्पोट डीसी को भेज दी। जिस के बाद डीसी ने तहसीलदार राजबक्श को डयूटी मैजिस्ट्रेट नियुक्त करते हुए मकान खाली कर वृद्ध दंपति को सौंपने के आदेश जारी कर दिए। तहसीलदार ने पुलिस की मदद से आज कार्यवाही करते हुए मकान खाली करवाकर मकान के असली मालिकों को सांैप दिया है। ज्ञात रहे कि जिला प्रशासन ने क्रिमीनल प्रीसीजर कोड 1973 की धारा 22 (1) व 23 (2) के अन्र्तगत अपनी शक्तियों को प्रयोग करते हुए आज की कार्यवाही को अन्जाम दिया। इस जांच रिर्पोट में आरोपियों के खिलाफ भादंसं की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज करने के लिए भी लिखा गया है।