विवाह से पूर्व वर वधु को थैलीसीमिया की जांच अवश्य करानी चाहिए: डॉ. अशोक
करनाल, आशुतोष गौतम। कल्पना चावला राजकीय महाविद्यालय के रक्तकोष में राष्ट्रपति पुलिस पदक से अलंकृत राष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता डायमंड रक्तदाता एवं पर्यावरण प्रहरी डॉ अशोक कुमार वर्मा ने 292वां स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित किया। शिविर में आरपीआईआईटी के रजिस्ट्रार दविन्दर सचदेवा और जिला न्यायालय में अधिवक्ता सुमेर चंद मोहन मुख्य अतिथि के रूप में पधारे। रक्तकोष अधिकारी सहायक प्रोफेसर डॉ सचिन गर्ग की अध्यक्षता में शिविर संपन्न हुआ जबकि भारतीय रैड क्रास सोसायटी के जिला प्रशिक्षण अधिकारी एमएस धीमान और सेवानिवृत पुलिस उप निरीक्षक बलवान सिंह ने रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया। शिविर संयोजक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने सभी अतिथियों और रक्तदाताओं का स्वागत करते हुए कहा कि यह शिविर कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में थैलीसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए लगाया गया है. उन्होंने कहा कि थैलीसीमिया का कोई स्थाई समाधान नहीं है परन्तु विवाह से पूर्व वर वधु के रक्त की जांच कर यह सुनिश्चित किया जा सकता है. अत: विवाह से पूर्व इसकी जांच अवश्य कराये. दविंदर सचदेवा ने कहा कि डॉ अशोक कुमार वर्मा प्रत्येक सप्ताह में एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित करके बहुत ही सराहनीय कार्य कर रहे हैं। अधिवक्ता सुमेर चंद वर्मा ने कहा कि युवाओं को नियमित रक्तदान करना चाहिए और रक्तदान से कोई हानि नहीं है। यह एक बहुत ही पुण्य का कार्य है जिससे जीवनदान मिल सकता है। शिविर में इन महान यौद्धाओं ने किया रक्तदान- सुशील कमांडो कतलाहेड़ी 48वीं बार, अशोक कुमार, रोहित, मुख्य सिपाही दिनेश,बलविंदर सिंह, परमार सिंह, विमोक वर्मा, सेवानिवृत पुलिस उप निरीक्षक बलवान सिंह, मिंटू, दीपक, अधिवक्ता सुमेर चंद, सुरेंदर कुमार, परमजीत सिंह, संतोष कुमार सहित 21 युवाओं ने रक्तदान किया।