सनोली, मजारा व मलूकपुर में कृषि विभाग ने भरे 31 सैंपल, बीनेवाल में सोमवार को जाएगी टीम
BHT news, ऊना, 14 जनवरीः पंजाब की पीएसीएल कंपनी से छोड़े जा रहे प्रदूषित पानी की जांच के लिए जल शक्ति विभाग तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बाद अब कृषि विभाग ने भी प्रदूषण व उसके दुष्प्रभावों की जांच आरंभ कर दी है। कृषि विभाग ने सनोली, मजारा व मलूकपुर में कृषि विभाग ने भरे 31 सैंपल कर उन्हें जांच के लिए भेज दिया है। कृषि विभाग की ओर से विषयवाद विशेषज्ञ डॉ. संजीव कुमार, विशेषज्ञ बलदेव शर्मा, एडीओ राजाराम, कृषि प्रसार अधिकारी सुनीता शर्मा की टीम ने मिट्टी के जांच के सैंपल लिए। सैंपल लेने के बाद विषयवाद विशेषज्ञ कृषि विभाग ऊना डॉ. संजीव कुमार ने कहा कि विभाग की टीम ने सनोली से 11, मजारा से 10 तथा मलूकपुर से 10 सैंपल लिए हैं, जिनकी जांच की जाएगी। उम्मीद है कि दो हफ्ते के भीतर मृदा सैंपल की जांच रिपोर्ट आ जाएगी। विभाग सोमवार को बीनेवाल पूना में भी सैंपल लेगा। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पंजाब की पीएसीएल कंपनी से बिना ट्रीट किया हुआ अपशिष्ट पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे पानी के स्रोतों के साथ-साथ उनकी कृषि योग्य भूमि खराब हो रही है। इसके कारण साथ लगते गांवों के लगभग 40 निजी व सरकारी ट्यूबल, हैंडपंप व कुएं खराब हो चुके हैं और सैंकड़ो कनाल भूमि बंजर बन गई है। इस संबंध में स्थानीय पंचायतों का एक प्रतिनिधिमंडल पिछले दिनों छठे राज्य वित्तायोग की अगुवाई में शिमला में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से भी मिला था, जिसके बाद ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने जिला के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस बारे में छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने बताया कि प्रदूषण के मसले पर कृषि विभाग को जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। स्थानीय लोग जहां से भी सैंपल लेने की मांग करेंगे, वहां से सैंपल भर कर जांच करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस अवसर पर सनोली की प्रधान जसवीर कौर, बीजेपी सचिव ऊना राजेश कौशल, मजारा के प्रधान कुलदीप संधू, उपप्रधान सतवीर सिंह, मलूकपुर की प्रधान कमलजीत कौर, उपप्रधान तरसेम सिंह, बीनेवाल की प्रधान सुखराज कौर, उपप्रधान जीत सिंह, मनजिंदर सिंह, समाजसेवी दिलबाग सिंह, कुलवंत सिंह राणा, चनन सिंह, महेश शर्मा मंगू, पवन दीवान , रौनक धीमान, संतोख सिंह व शीतल सिंह संधू आदि उपस्थित रहे।