फैक्ट्री और ट्रक यूनियन का विवाद
जसवाल,ऊना (4 मई) इंडस्ट्री के बाहर ट्रकों पर पथराव की घटना में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मामले में यह भी सामने आ रहा है कि यूनियन के लोगों को उकसाने वाला और कोई नहीं, बल्कि ट्रक यूनियन टाहलीवाल का ही एक नेता ( ?) सामने आ रहा है। इस मामले में वीडियो तथा ऑडियो भी वायरल हो रहा है हालांकि मामला पुलिस मे है और इसकी जांच जारी है। इस मामले में जो मास्टरमाइंड सामने आ रहा है उससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उक्त घटनाक्रम एक सोची-समझी योजना के तहत की गई । हैरानी यह है कि हिमाचल प्रदेश को रेवेन्यू के रूप में करोड़ों रुपए देने वाले उद्योग पति को ट्रक यूनियन टाहलीबाल की गुंडागर्दी का शिकार होना पड़ा है।जिस प्रकार से ट्रक यूनियन के नेता का वीडियो तथा ऑडियो वायरल हुआ है उसमें उक्त नेता यह कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि सरकार और प्रशासन के साथ मिलकर उद्यमी पर दबाव डाला जा रहा है और उद्योग में सिर्फ ट्रक यूनियन तहलीवाल की ही गाड़ी लोड होगी बाहर की कोई गाड़ी भी लोड नहीं होने दी जाएगी अगर उद्यमी ने ट्रक यूनियन टाहलीवाल की मांगे नहीं मानी तो फिर उकसावे की भाषा का भाषण भी दिया जा रहा है जिससे साफ पता चलता है कि यह पूरी घटना सोची समझी साजिश की गई और ट्रक यूनियन के लोगों को पत्थर बरसाने के लिए एक नेता द्वारा उकसाया गया ।
यह है मामला –22 तारीख को लॉकडाउन जब हिमाचल प्रदेश सहित पूरे भारत में हुआ था, तब ट्रक यूनियन टाहलीबाल के ट्रकों में समान लोड करवा रखा था। परंतु यूनियन द्वारा बाहरी राज्यों को नहीं भेजा गया। ड्राइवरों द्वारा अपने मालिकों के घरों में ट्रक खड़े कर लिए गए। उस समय सामान की मार्केट में कोरोनावायरस के चलते बहुत डिमांड थी। जब पार्टियों के मुझे फोन आने लगे तो मैंने ट्रक यूनियन में फोन करके पता लगाया की गाड़ियां नहीं पहुंची हैं तब मुझे पता चला कि गाड़ियां लॉक उड़ान के चलते भेजी ही नहीं गई, ट्रक यूनियन का यह तर्क था कि लॉक डॉन के चलते गाड़ियां नहीं जा सकती,जबकि एसेंशियल आइटम की गाड़ियों को आने जाने के लिए कोई मनाही ही नहीं थी। और न ही इन गाड़ियों को कहीं रोका जा रहा था। क्योंकि सरकार द्वारा आदेश दिए गए थे कि एसेंशियल आइटम की गाड़ियों को कहीं ना रोका जाए। जब उद्योगपति ने फोन किया यूनियन ने लोड गाड़ियों को ले जाने से मना कर दिया। फिर हमने पंजाब के किसी ट्रांसपोर्टर से गाड़ियां मंगवाई तथा यूनियन वाले गाड़ियों को फैक्ट्री में बुलाकर खाली करवाया गया और पंजाब से बुलाई गई गाड़ियों में दोबारा लोड करवा कर भेजा गया। जब मैंने पंजाब से गाड़ियां लेनी शुरू कर दी तो ट्रक यूनियन वालों ने मेरी फैक्ट्री के गेट के आगे धरना लगाया और फैक्ट्री से लोड होकर जाने वाली गाड़ियों को रोकना शुरू कर दिया। फैक्ट्री मालिक राजन धीर ने बताया कि हम ने अपनी फैक्ट्री में सरकार द्वारा जारी आदेशों को लेकर पूरी तरह सतर्क रहते हैं हमारी फैक्ट्री में 204 कर्मचारी काम करते हैं जो कि हिमाचल से ही संबंध रखते हैं परंतु ट्रक यूनियन केेे लोगों द्वारा हमें पिछले काफी समय से परेशान किया जा रहा है।
क्या कहते हैं डीएसपी अनिल कुमार मेहता- डीएसपी हरोली अनिल कुमार मेहता ने बताया मेडल्स इंडस्ट्रीज और ट्रक यूनियन में तकरार हुई थी जिसमें ट्रक यूनियन द्वारा फैक्ट्री की एक गाड़ी को क्षति पहुंचाई गई थीऔर फैक्टरी के परिसर के बाहर हंगामा करने पर 19 लोगों पर आईपीसी की धारा 188,269,427,270,147,149,506,,ब 54 डी एम के तहत् केस दर्ज किया गया था डी एस पी ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ऑडियो क्लिप का उन्हें पता है किसी को भी कानून तोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी औरआगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है ।
क्या कहते हैं डीएसपी अनिल कुमार मेहता- डीएसपी हरोली अनिल कुमार मेहता ने बताया मेडल्स इंडस्ट्रीज और ट्रक यूनियन में तकरार हुई थी जिसमें ट्रक यूनियन द्वारा फैक्ट्री की एक गाड़ी को क्षति पहुंचाई गई थीऔर फैक्टरी के परिसर के बाहर हंगामा करने पर 19 लोगों पर आईपीसी की धारा 188,269,427,270,147,149,506,,ब 54 डी एम के तहत् केस दर्ज किया गया था डी एस पी ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ऑडियो क्लिप का उन्हें पता है किसी को भी कानून तोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी औरआगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है ।