पाईप लाईनो में किसी भी तरह के फाल्ट का पता लगने पर तुरंत होगा समाधान
करनाल, आशुतोष गौतम। स्मार्ट सिटी के तहत करनाल शहर की वाटर सप्लाई को स्काडा से जोड़ा जाएगा। प्रोजेक्ट को लेकर बुधवार को करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ एवं उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने विकास सदन में प्रोजेक्ट पर चर्चा कर इसकी समीक्षा की और प्रोजेक्ट के पूरे नेटवर्क पर निर्णय लिया गया कि इसे आर.एफ.पी. में डिजाईन करके अप्रूवल के लिए बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के पास भेजा जाए। अप्रूवल के बाद इसका टैण्डर लगेगा और फिर वर्क अलॉट होगा, जिससे शहर के समस्त पैन सिटी एरिया में स्मार्ट वाटर सप्लाई होगी। समीक्षा में नगर निगम के मुख्य अभियंता रामजी लाल, अधीक्षण अभियंता दीपक किंग्गर, कार्यकारी अभियंता एल.सी. चौहान, टैक्निकल एडवाईजर एस.पी. ठकराल, स्पॉट इंजीनियर मोहन शर्मा, पी.एम.सी. प्रवीन झा और उनकी टीम के एक्सपर्ट शामिल हुए। उपायुक्त ने बताया कि स्काडा यानि पर्यवेक्षी नियंत्रण एवं डाटा अधिग्रहण, औद्योगिक नियंत्रण प्रणाली के संदर्भ में काम करता है। स्काडा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में पानी अपूर्ति में उपकरणों को नियंत्रित करने और रखने के लिए नियोजित किया जाएगा। स्काडा एक कम्प्यूटर प्रणाली है, जिसका उपयोग वास्तवित समय के आकंडों को इकठ्ठा करने और उसका विश्लेषण करने के लिए किया जाता है। डाटा निर्देश योग्य तर्क नियंत्रण और दुरस्थ दूरमापी ईकाई के जरिए आई.सी.सी.सी. (इंटेग्रेटिड कंमाड एंड कंट्रोल सेंटर) में जाएगा। सेंटर से स्काडा से जुड़े लोगों के मोबाईल पर मैसेज पहुंचते ही एक कमांड से वाटर सप्लाई प्रणाली में कोई लीकेज, फाल्ट, चोरी, ऑप्रेशन को लेकर कोई दिक्कत को दूर किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यह एक एडवांस टेक्नोलॉजी है। देश के भोपाल, नासिक व देहरादून जैसे स्मार्ट शहरों में स्काडा को वाटर सप्लाई से जोडऩे का कार्य सफलतापूर्वक चल रहा है। समीक्षा बैठक में प्रोजेक्ट में शामिल कुल 44 कम्पोनेंट पर डिस्कस किया गया, जिसमें मुख्यत: फ्लो मीटर, सेंसर, प्रेशर मीटर, पी.एल.सी. व सिविल वर्क, फ्लो स्विच, बटरफ्लाई वाल्व्स, पैनल्स, क्लोरीनेशन,मोबाईल एप तथा आईटम अनुसार उपयुक्त रेट क्या होंगे, इस पर विस्तार से तर्क-विर्तक किए गए, ताकि प्रोजेक्ट की फाईनल डीपीआर तैयार की जा सके। बैठक में शहर की मौजूदा जलापूर्ति स्थिति पर चर्चा के दौरान जानकारी दी गई कि वर्तमान में शहर की वाटर सप्लाई को 12 जोन में रखा गया है। करीब 134 नलकूप व 3 बूस्टर स्टेशन हैं, 25 नलकूप लगाने की कार्रवाई चल रही है और कुछ नए नलकूप लगाए जाने प्रस्तावित हैं, कुल 193 नलकूप होंगे। तीन ओवर हैड टैंक और 3 अंडरग्राउण्ड यू.जी.आर. नलकूप लगेंगे।